कलम कवि की
कलम कवि की
सोमवार, 4 अप्रैल 2011
वक्त
हमने खुदा से माँगी बीमारी
सोचा वो आयेंगे हाल पूछने
उन्होंने कब्रिस्तान की राह ली
हमारे लिये कब्र की तलाश में
1 टिप्पणी:
प्रवीण पाण्डेय
ने कहा…
सन्नाट।
4 अप्रैल 2011 को 5:52 pm बजे
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
1 टिप्पणी:
सन्नाट।
एक टिप्पणी भेजें