रविवार, 3 फ़रवरी 2019

अंधी गली

अपनी निगाहों मे छुपा कर आँसुओ का ताला लगाया था
सोचा था अब तुम्हें कोई देख नहीं पायेगा और बनाया था
भुल थी मेरी जो तुम्हें अपना समझा और सारे राज बताये
पर तुमने मुझे आईना दिखा मुझे मेरी औकात दिखा दी
प्रेम इश्क़ सिर्फ कहने कोै तुमने मुझे उसकी कीमत बताई
आज हमं खाली हो गए तो तुमने मुझे अंधी गली दिखा दी

नया लायें

वो इंतज़ार મેં हैं हम कुछ लिखे
हम इन्तज़ार में हैं कुछ नया दिखे
पुराना समेट दिया चलो नया लायें
ना करेंआवरण नया और भीतर पुराना पाएँ