कलम कवि की
कलम कवि की
गुरुवार, 30 अक्तूबर 2014
विडंबना
मानव सभ्य है या असभ्य
यदि सभ्य है
तो क्या ज़रुरत
संविधान और कानून की
यदि असभ्य है
तो क्या ज़रुरत
संविधान और कानून की
सभ्य समाज
संविधान, कानून
नियंत्रण और कचेहरी
अजब विडंबना है
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