कलम कवि की
कलम कवि की
शनिवार, 20 अगस्त 2016
पैदा
होते
भू
पर
सारे
,
घडी
आई
मर
जाते
हैं
कोई
नही
जाने
कारण,
क्या
करने
वो
आते
हैं
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