सोमवार, 11 मार्च 2013

बिछुड़ गये

पैदा हुआ मै

पता ही नही चला
रिश्ते कब पैदा हो गये

आदी हुआ उनका
जुदा होने शुरू हो गये

अकेला आया
जीने में सब जुड़ गये

पहले या बाद
मै चला सब बिछुड़ गये

2 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

.बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति आभार तवलीन सिंह की रोटी बंद होने वाली है .महिलाओं के लिए एक नयी सौगात WOMAN ABOUT MAN

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बहुत ही सुन्दर..