कलम कवि की
कलम कवि की
मंगलवार, 2 नवंबर 2010
ओशो
ओशो बस एक नाम नहीं
उस नाम मे छिपा धाम है
मुक्ति का एक मार्ग है वो
मद मस्त जीवन जाम है
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